Format | Hardcopy |
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Author | आचार्य ज्ञानेश्वर जी आर्य |
Writer Name | आचार्य ज्ञानेश्वर जी आर्य |
Publisher Name | वानप्रस्थ साधक आश्रम रोजड |
Language | Hindi |
No. of Pages | 304 |
Size | 14 X 22 |
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वेद तथा वैदिक धर्म, संस्कृति, सभ्यता, रीति-नीति की महत्ता का उपयोगिता का बोध हों और वेदों के प्रति रुचि लोगों की बढ़े इस अर्थ में वेद मंन्त्रो की व्याख्या, शब्दार्थ, अर्थ व भाव प्रकट करने का प्रयास किया गया है।