Format | ebook |
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Author | स्वामी विवेकानंद जी परिव्राजक |
Editor / Translator Name | डॉ राधावल्लभ जी चौधरी |
Writer Name | स्वामी विवेकानंद जी परिव्राजक |
Publisher Name | DARSHAN YOG DHARMARTH TRUST (ROJAD) |
Language | Hindi |
No. of Pages | 64 |
SKU | H020 |
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जीवन मे सफलता, शांति, उत्साह, विश्वास,परोपकार आदि के वर्धन और राग-द्वेष, मान-अपमान, आदि द्वन्द्वों को सहन करने, मनोनियंत्रण, प्रेम क्षमा दया मित्र कर्मफल आदि विविध विषयों पर प्रेरक वाक्यों का वर्णन है